आगरा (यूपी): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े धर्म जागरण मंच ने भड़काऊ धमकी दी है। मंच ने कहा है कि अगर यूपी के आगरा में नवरात्र के दौरान मीट की खरीद-फरोख्त पर बैन नहीं लगाया गया तो वे शहर की जामा मस्जिद में 100 सूअर छोड़ देंगे। बुधवार को एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया।
एक दिन पहले ही किया है प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, धर्म जागरण मंच के नंदकिशोर वाल्मीकि ने मंगलवार को आगरा म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर को एक चिट्ठी भी सौंपी। इस दौरान उनके साथ संगठन के 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे। बता दें कि वाल्मीकि वही शख्स हैं, जिन्होंने पिछले साल 200 मुस्लिमों का कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करवाया था।
शोभायात्रा के दौरान फैले तनाव का दिया हवाला
वाल्मीकि ने बताया कि वे मीट बैन की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि पिछले दिनों आगरा के शाहगंज इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैला था। कुछ शरारती तत्वों ने गणेश चतुर्थी की शोभायात्रा के दौरान मीट के टुकड़े फेंके थे। वाल्मीकि के मुताबिक, अगर मीट बैन की मांग पूरी नहीं हुई तो वे 'अपने तरीके से' मीट की दुकानें बंद कराएंगे।
क्या कहना है अधिकारियों का?
- वाल्मीकि के प्रदर्शन के बाद एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर अनिल कुमार ने कहा कि नवरात्र में मंदिरों के नजदीक नॉनवेज फूड की सेल पर बैन रहेगा।
- कुछ देर बाद ही म्यूनिसिपल कमिश्नर इंद्रा विक्रम सिंह ने कहा, ''किसी राइट विंग ग्रुप या शख्स की मांग की वजह से कोई मीट शॉप बंद नहीं होगी। हमारा अपना तरीका है, जिसमें हम फैसला करेंगे कि शराब और मीट की दुकानों को बंद करना है या नहीं।''
- एसएसपी प्रितेंदर सिंह ने कहा, ''हम मामले से जुड़े लोगों से बातचीत करके इस मसले का हल निकालने की कोशिश करेंगे। किसी को कानून-व्यवस्था हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।''
- डीएम पंकज कुमार ने कहा, ''ये त्योहार पहली बार नहीं हो रहे। हम यह देखेंगे कि पहले क्या होता आया है और उसी के हिसाब से फैसला करेंगे।''
होटल मालिक और टूर एजेंट्स परेशान
मीट की खरीद-फरोख्त को लेकर किसी तरह के बैन लगने की आशंका के मद्देनजर होटल मालिक और टूर एजेंट्स परेशान हैं। इस तरह के बैन का उनके बिजनेस पर सीधा असर पड़ेगा। साल के इस हिस्से में हर रोज करीब 20 से 25 हजार टूरिस्ट्स ताज महल देखने शहर आते हैं। वीकेंड पर ये तादाद तो कभी-कभी दोगुनी हो जाती है।
मीट की खरीद-फरोख्त को लेकर किसी तरह के बैन लगने की आशंका के मद्देनजर होटल मालिक और टूर एजेंट्स परेशान हैं। इस तरह के बैन का उनके बिजनेस पर सीधा असर पड़ेगा। साल के इस हिस्से में हर रोज करीब 20 से 25 हजार टूरिस्ट्स ताज महल देखने शहर आते हैं। वीकेंड पर ये तादाद तो कभी-कभी दोगुनी हो जाती है।
Blogger Comment
Facebook Comment