ग्रेटर नोएडा. दादरी के बिसाहड़ा गांव में अफवाह के बाद की गई अखलाक की हत्या में नया मोड़ आ गया है. फ़ॉरेंसिक टेस्ट की प्राइमरी रिपोर्ट में पुष्टि हो गयी है कि अखलाक के घर में बीफ (गोमांस) नहीं बल्कि मटन रखा हुआ था. फ़ॉरेंसिक की प्राइमरी रिपोर्ट के मुताबिक, अखलाक के फ्रीज में जो मीट मिला था, वो मटन था बीफ नहीं.
कब लिया गया था सैंपल?
28 सितंबर की रात पुलिस ने अखलाक के घर से मीट के सैंपल लिए थे और टेस्ट के लिए लैब भेजा था. इसकी प्राइमरी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अकलाख के फ्रीज में मटन था. हालांकि, पुलिस इस मामले में डबल श्योर होना चाहती थी. इसलिए इस सैंपल को मथुरा के लैब भी भेजा गया था. वहां भी इसकी पुष्टि हो गई है. बता दें, कि इस मामले की एफआईआर रिपोर्ट में 'बीफ' का जिक्र नहीं है. यही नहीं, यूपी गवर्नमेंट ने होम मिनिस्ट्री को दादरी की जो रिपोर्ट भेजी थी, उसमें भी बीफ का जिक्र नहीं किया गया था.
बीफ की जगह लिखा प्रतिबंधित मांस
यूपी गवर्नमेंट ने दादरी मामले में होम मिनिस्ट्री को 6 अक्टूबर को अपनी इनिशियल रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में घटना का जिक्र करते हुए बीफ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया. इसकी जगह प्रतिबंधित पशु का मीट लिखा गया है. यूपी सरकार ने दादरी का दौरा करने वाले नेताओं का ब्योरा भी केंद्र सरकार को दिया है.
राज्य सरकार कर रही है जांच
यूपी सरकार का अभी भी यही कहना है कि मामले की जांच चल रही है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और रिपोर्ट भेजी जाएगी. बता दें कि बीते दिनों दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते एक मुस्लिम की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इसके बाद से यह मामला चर्चा में बना हुआ है.
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