नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो । अब तत्काल टिकट की बुकिंग में पहले जैसी दिक्कत नहीं होगी। सुबह के समय तत्काल टिकट की बुकिंग में आपाधापी की समस्या से निपटने के लिए आइआरसीटीसी ने उच्च क्षमता के दो सर्वर लगाए हैं। इससे तत्काल टिकट बुकिंग की क्षमता दोगुनी हो गई है।
आइआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. एके मनोचा के अनुसार आइआरसीटीसी के पोर्टल में एक जून की रात को दो लाइनेक्स इनेबल्ड सर्वर लगाए गए हैं। इससे तत्काल टिकट की बुकिंग क्षमता प्रति मिनट 7,200 से बढ़कर 14,000 टिकट से अधिक हो गई है। इससे तत्काल आरक्षण के लिए धक्कामुक्की करने को मजबूर यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक उन्हें सुबह 10 बजे सर्वर खुलने के बाद शुरू के 15 मिनट में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
ई-टिकटिंग के लिए वर्ष 2002 में शुरू की गई आइआरसीटीसी की वेबसाइट को पहली मर्तबा पिछले साल अप्रैल के अंत में उन्नत किया गया था। तब इसकी क्षमता एक बार में डेढ़ लाख उपयोगकर्ताओं को संभालने और प्रति सेकंड एक हजार पूछताछ का जवाब देने की हो गई थी। परंतु गर्मियों की मांग के लिहाज से इसे भी अपर्याप्त पाया गया। लिहाजा अब दो एचपी इटेनियम सर्वर और लगाए गए हैं।
इससे वेबसाइट की 1.4 जीबी की मौजूदा बैंडविड्थ में 25 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। परिणामस्वरूप एक समय में ग्राहकों को संभालने की क्षमता दोगुना बढ़कर तीन लाख और पूछताछ का जवाब देने की क्षमता तीन गुना बढ़कर तीन हजार प्रति मिनट हो गई है। इसके साथ ही अब आइआरसीटीसी के पास कुल 17 सर्वर हो गए हैं।
सभी ट्रेनों में तत्काल आरक्षण के लिए रोजाना तकरीबन चार लाख टिकट (लगभग ढाई लाख पीएनआर) बुक किए जाते हैं। इनमें 50 हजार टिकट संवेदनशील श्रेणी के होते हैं और गर्मियों इनकी अत्यधिक मांग रहती है। इस वर्ष एक अप्रैल को जबसे अग्रिम आरक्षण की अवधि को 60 दिन से बढ़ाकर 120 दिन किया गया, तबसे अब तक आइआरसीटीसी ने 13,45,000 टिकटों की बुकिंग कर अपने राष्ट्रीय रिकार्ड में सुधार किया है।
देश के 54 फीसद रेल टिकट आइआरसीटीसी की वेबसाइट से बुक होते हैं। इस पर रोजाना तकरीबन 5.5-6.0 लाख रेल टिकटों की औसत बिक्री होती है। इस वेबसाइट के तीन करोड़ पंजीकृत यूजर्स हैं। यह दुनिया का सबसे व्यस्त पोर्टल है।
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