मेरठ. उत्तर
प्रदेश के मेरठ में एक पुरुष ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है. ये
रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस मेरठ के डॉक्टर दंपत्ती के पास तीन साल पहले आया.
लगभग सात साल से बच्चे पैदा करने में असमर्थ महिला अपने पति के साथ तीन साल
पहले सेंटर संचालक व इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर सुनील जिंदल व स्त्री
रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंशु जिंदल से संपर्क किया था.
जांच
में पता चला कि उसमें पुरुष वाले क्रोमोसोम्स (46 एक्सवाई) हैं. महिलाओं
में 46 एक्सएक्स क्रोमोसोम्स होते हैं. इतना ही नहीं, महिला की
जननेंद्रियां तथा गर्भाशय भी पूरी तरह विकसित नहीं थे. इसके अलावा इस महिला
को मासिक धर्म भी नहीं आ रहा था. दरअसल महिला का शरीर आनुवांशिक कमी से
पुरुष का था. चेकअप के बाद उपचार शुरू हुआ जिसमें करीब छह महीने तक गर्भाशय
को विकसित किया और मासिक धर्म के योग्य बनाया गया.
पूरी
प्रक्रिया के दौरान बहुत कठनाइयां आईं, ममता को प्रसव पूर्व दर्द हुआ और
उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगा था. पूरे 32 साल बाद उन्हें पहली बार माहवारी
हुई. इसके बाद ममता के पति के शुक्राणु से ह्यूमन टिशू कल्चर से भ्रूण
तैयार किया और पहले से ही तैयार किए गए गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिया
गया. आखिरकार चिकित्सक दंपती की मेहनत काम आई और महिला ने जुड़वां बच्चों को
जन्म दिया.
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