इंटरनेशनल डेस्क। ये भुतहा सरीखी तस्वीरें फ्यूहरर (जर्मन भाषा में वो बंकर, जिसमें नेता रहता हो) बंकर के भीतर की हैं। फ्यूहरर हिटलर के बर्लिन स्थित न्यू रीच चांसलरी के नीचे मौजूद है। यही वो बंकर है, जहां दुनिया का सबसे क्रूर तानाशाह एडोल्फ हिटलर (56) और उनकी पत्नी ईवा ब्राउन (33) ने बर्लिन युद्ध के दौरान अंतिम दिन बिताए थे। गौरतलब है कि आज ही के दिन 12 अप्रैल 1945 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। ये खबर सुनते ही बंकर के भीतर छिपे लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी। हिटलर समेत बाकी अधिकारियों को लगा कि बर्लिन का पतन नहीं होगा। लेकिन अफसोस ऐसा हो न सका।
मौत से पहले की शादी
30 अप्रैल 1945 को व्यापक तौर पर बर्लिन के पतन के रूप में माना जाता है। जब पूर्ववर्ती सोवियत संघ की रेड आर्मी ने बर्लिन पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था, तब हार के डर से हिटलर और ईवा ने 30 अप्रैल के दिन आत्महत्या कर ली थी। गौरतलब है कि हिटलर ने आत्महत्या से एक दिन पहले यानी 29 अप्रैल 1945 को अपनी रखैल ईवा से शादी कर पत्नी का दर्जा दिया था।
सोफे पर खून के छींटे
21 अप्रैल 1945 को हिटलर को महसूस हुआ कि अंत करीब है। 22 अप्रैल को हिटलर ने ऐलान कर दिया, "हम युद्ध हारने वाले हैं। अब सिर्फ आत्महत्या ही आखिरी विकल्प बचता है। मैं अंतिम समय तक बर्लिन में ही रहूंगा।" इतिहासकारों के मुताबिक, हिटलर ने खुद को गोली मार ली थी, जबकि ईवा ने सायनाइड खाकर खुदकुशी कर ली। तस्वीरों में आप मलबे के ढेर, पुराने दस्तावेज और खून से सने फर्नीचर देख सकते हैं।
जन्मदिन पर निकला था बाहर
हिटलर 16 जनवरी 1945 से इस बंकर में रह रहा था। उसका निजी स्टॉफ भी साथ था। जिनमें लगभग तीन दर्जन नौकर, डॉक्टर व प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। 20 अप्रैल 1945 को हिटलर अपने 56वें जन्मदिन के मौके पर आखिरी बार सेना के जवानों की हौसलाअफजाई के लिए बंकर की सतह पर आया था।
30 अप्रैल 1945 को व्यापक तौर पर बर्लिन के पतन के रूप में माना जाता है। जब पूर्ववर्ती सोवियत संघ की रेड आर्मी ने बर्लिन पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था, तब हार के डर से हिटलर और ईवा ने 30 अप्रैल के दिन आत्महत्या कर ली थी। गौरतलब है कि हिटलर ने आत्महत्या से एक दिन पहले यानी 29 अप्रैल 1945 को अपनी रखैल ईवा से शादी कर पत्नी का दर्जा दिया था।
सोफे पर खून के छींटे
21 अप्रैल 1945 को हिटलर को महसूस हुआ कि अंत करीब है। 22 अप्रैल को हिटलर ने ऐलान कर दिया, "हम युद्ध हारने वाले हैं। अब सिर्फ आत्महत्या ही आखिरी विकल्प बचता है। मैं अंतिम समय तक बर्लिन में ही रहूंगा।" इतिहासकारों के मुताबिक, हिटलर ने खुद को गोली मार ली थी, जबकि ईवा ने सायनाइड खाकर खुदकुशी कर ली। तस्वीरों में आप मलबे के ढेर, पुराने दस्तावेज और खून से सने फर्नीचर देख सकते हैं।
जन्मदिन पर निकला था बाहर
हिटलर 16 जनवरी 1945 से इस बंकर में रह रहा था। उसका निजी स्टॉफ भी साथ था। जिनमें लगभग तीन दर्जन नौकर, डॉक्टर व प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। 20 अप्रैल 1945 को हिटलर अपने 56वें जन्मदिन के मौके पर आखिरी बार सेना के जवानों की हौसलाअफजाई के लिए बंकर की सतह पर आया था।
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